यह हिंदी अनुवाद अंग्रेजी के मूल का South Carolina executes Marion Bowman, Jr.: “I’m innocent of the crimes I’m here to die for” जो 2 फ़रवरी 2025 को प्रकाशित हुआ थाI
साउथ कैरोलाइना की सरकारी मुहर पर आशा की रोमन देवी 'स्पेस' का चित्र है, जिसमें लिखा है, “डम स्पिरो स्पेरो“, जिसका लैटिन में मतलब होता है, “जब तक सांस है, तब तक उम्मीद बकाी है।“ 31 जनवरी, शुक्रवार को राज्य ने मैरियन बॉउमैन जूनियर को मौत की सज़ा देकर उनसे उनकी सांस और ज़िंदगी को जुदा कर दिया।
बॉउमैन की सज़ा 2025 में पहली अमेरिकी मृत्युदंड की सज़ा है और 2011 से साउथ कैरोलाइना में दी गई तीसरी मौत की सज़ा है। क्योंकि तब राज्य ने अनाधिकारिक तौर पर मौत की सज़ा रोक दी थी क्योंकि फ़ार्मास्युटिकल कंपनियों ने ज़हरीले इंजेक्शन की सप्लाई बंद कर दी थी, जनता में इस इंजेक्शन से होने वाले कष्ट को लेकर असंतोष पनपने लगा था। राज्य में इस घातक ड्रग्स का फिर से भंडारण तभी किया जा सका जब 2023 में एक क़ानून पास कर सप्लायरों की पहचान छुपाने का प्रावधान किया गया।
यह मौत की सज़ा ट्रम्प के उस शासकीय आदेश के बाद दी गई, जिसमें मृत्युदंड के व्यापक विस्तार का आह्वान किया गया था।
बॉउमैन को 2001 में 21 साल की कांडी मार्टिन की हत्या का दोषी ठहराया गया था, जो बचपन के दोस्त थे। अभी 44 साल के हो चुके बॉउमैन तब 20 साल के थे जब उन्हें हत्या के लिए गिरफ़्तार किया गया था। वो लगातार खुद को बेगुनाह बताते रहे।
सज़ायाफ़्ता क़ैदी को स्थानीय समयानुसार शाम छह बजे के तुरंत बाद कोलंबिया में पुरुषों के लिए ब्रॉड रिवर करेक्शनल इंस्टीट्यूशन में मृत्युदंड के चैंबर में ले जाया गया। मीडिया के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उन्हें बांध दिया गया था और एक चादर से ढंक दिया गया। जब उन्हें सीडेटिव पेंटोबार्बिटल का घातक इंजेक्शन का डोज़ दिया गया, उनकी सांसें तेज़ चलने लगीं और उनका सिर ऊपर और नीचे उछला। शाम 6.07 बजे वह शांत हो गए। जेल कर्मचारियों ने छह बजकर 27 मिनट पर उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बॉउमैन का अंतिम बयान उनके वकील बॉयड यंग ने पढ़ा। इसमें उन्होंने लिखा थाः
मैंने कांडी मार्टिन को नहीं मारा। जिस अपराध के लिए मुझे मृत्युदंड दिया गया, उसमें मैं निर्दोष हूं...
मैं जानता हूं कि कांडी का परिवार बहुत पीड़ा में है। सही ही है कि वे आक्रोषित हैं। अगर मेरी मौत उनको थोड़ी राहत देती है और अच्छे दिनों और दिल हल्का करने वाली कहानियों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है तो मुझे लगता है कि इसका मक़सद पूरा होगा। उम्मीद करता हूं कि उन्हें शांति मिले...
अपने परिवार, दोस्तों और समर्थकों से कहना चाहूंगा कि मेरे पास देने को कुछ नहीं है, बल्कि मुझे बहुत कुछ मिला है। मैंने प्यार और परवाह के साथ, आपके समर्थन का पूरा कर्ज़ अदा करने की कोशिश है...
इन सालों में मैंने सीखा है कि हमें बुरा से बुरा कहा गया। इनमें से कोई भी, जिन्हें मैं जानता हूं और उनके प्रति मेरी मोहब्बत बढ़ी है, वे ऐसे लोग नहीं है जैसे वे तब थे जब उनके पास ऐसे पल थे, जिसकी उन्हें पूरी क़ीमत चुकानी पड़ी।
अगर दुनिया हमारे रोज़ाना के संघर्षों को देख सकती तो मृत्युदंड को लेकर उनका अलग नज़रिया होता। हम सभी करुणा और क्षमा के लिए प्रार्थना करते हैं, लेकिन बाहरी दुनिया राज्य द्वारा बनाए गए हैवान की छवि में अटकी हुई है, जबकि हमारी असली आवाज़ें ख़ामोश हैं।
बॉउमैन के ख़िलाफ़ जो प्रमुख गवाह थे, वे इस अपराध में सज़ायाफ़्ता थे, जिनकी सज़ा कम कर दी गई थी, जबकि तीसरा ऐसा गवाह था जिस पर एक अन्य मामले में आरोप लगे थे जिसे बाद में हटा लिया गया।
बॉउमैन की मौजूदा क़ानूनी टीम ने दलील दी कि राज्य ने गवाहों की विश्वसनीयता पर आशंका वाले सबूतों को रोक लिया था, जिसमें एक मेमो भी शामिल है, जिसमें दावा किया गया था कि एक गवाह ने शूटिंग की बात स्वीकार की थी।
उनके बचाव पक्ष ने एक याचिका में यह भी दलील दी कि ट्रायल में उनकी ओर से जो वकील पेश हुआ, 'वह अपने नस्लवादी विचारों से प्रभावित था।' ट्रायल के दौरान बॉउमैन के वकील ने पीड़िता को एक 'छोटी गोरी लड़की' बताया, इसके बावजूद की उसकी उम्र 21 साल थी जबकि बॉउमैन 20 साल के थे। बचाव पक्ष ने लिखा कि वकील ने बॉउमैन पर दोष स्वीकार करने का दबाव डाला क्योंकि वह काले थे और मार्टिन गोरी थी।
बॉउमैन की क़ानूनी टीम ने एक एनेस्थेसियोलॉजिस्ट की उस रिपोर्ट का भी हवाला दिया जिसने इससे पहले, साउथ कैरोलाइना में एक व्यक्ति रिचर्ड मूर को दी गई मृत्युदंड की सज़ा के बाद उसका पोस्टमार्टम किया था। उसने बताया कि फेफड़े में पाए गए द्रव से ऐसा प्रतीत होता है कि “23 मिनट की मौत की प्रक्रिया में रिचर्ड मूर ने डूबने और दम घुटने की असहनीय पीड़ा का अहसास किया होगा।“
बॉउमैन ने हत्या का दोष स्वीकार करने से इनकार कर दिया और खुद को निर्दोष बताया। दिसम्बर 2024 में दिए एक बयान में उन्होंने कहा कि उनके चचेरे भाई जेम्स गैडसन, जिसे बॉउमैन “गैप“ बुलाते थे, उन्होंने मार्टिन को मारा था। उन्होंने लिखाः
ऐसी बहुत सी चीज़ें हैं जिसे ज्यूरी नहीं जानती क्योंकि अभियोजक और मेरे वकील ने उन्हें कुछ नहीं बताया। पहला, राज्य का सबसे स्टार गवाह गैप ने कांडी की हत्या की बात जेल में रहते हुए स्वीकार की थी। ज्यूरी ने इस बारे में कुछ भी नहीं सुना था। जेल में मौजूद एक व्यक्ति रिकी डेविस, जिसका इस मामले से कोई संबंध नहीं था, उसने एक बयान लिखा कि गैप ने स्वीकार किया था उसने ही कांडी की हत्या की थी। यहां तक कि (अभियोजन) जांचकर्ता पता करने गया और उससे बात की थी और उससे भी उसने यही बात बताई। लेकिन ज्यूरी को ये कभी पता नहीं चला क्योंकि न तो अभियोजक ने और ना ही मेरे वकील ने, न तो मुझे या ऐसे किसी व्यक्ति को बुलाया जो गैप की स्वीकारोक्ति का गवाह रहा हो।
बॉउमैन ने ये लिखा कि 17 फ़रवरी 2001 में उनकी गिरफ़्तारी के चार महीने बाद, उनके घर से एक बंदूक बरामद हुई, जबकि इससे पहले हुई दो बार खोजबीन में वो नहीं मिली थी। “मेरी पत्नी, मेरी बहनें और मेरे पिता सभी को गिरफ़्तार कर लिया गया था और उन पर सहयोगी होने के आरोप लगाए गए थे ताकि अभियोजक वाल्टर बेली और पुलिस उन्हें मेरे ख़िलाफ़ कड़े बयान देने के लिए धमका सकें और ट्रायल के दौरान राज्य की ओर से बयान दें।“
साउथ कैरोलाइना सुप्रीम कोर्ट ने बॉउमैन की अपील को “आधारहीन“ बताया। उनके ट्रायल के वकील के “पूर्वाग्रह“ से जुड़ी उनकी याचिका को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने भी ख़ारिज़ कर दिया। बॉउमैन ने अपनी सज़ा को आजीवन कारावास में तब्दील करने के लिए रिपब्लिकन गवर्नर हेनरी मैकमास्टर से अपील करने से बहुत बहादुरी के साथ मना कर दिया क्योंकि ऐसा करना उनके दोष की स्वीकारोक्ति होती।
मृत्युदंड का वक़्त जैसे ही क़रीब आया, बॉउमैन ने राज्य की जेल ब्रॉड रिवर में अमानवीय हालात के बारे में बात की। अपनी ज़िंदगी के पिछले साढ़े चार महीने तक उन्हें “एक्ज़ीक्युशन वॉच“ यानी निगरानी में रखा गया था, उन्हें एक संकरी काल कोठरी में बंद कर दिया गया जोकि उनके हाथ भर से भी छोटी थी और उन्हें लगभग सभी तरह के मानवीय संपर्क से काट दिया गया था।
गॉर्डियन से बात करते हुए बॉउमैन के वकीलों में से एक बॉयड यंग ने इन हालात के बारे में जो कुछ बॉउमैन ने उनसे कहा था, उसे संक्षेप में बताया। गर्डियन ने उनकी बात को यूं लिखाः
उन्हें दो दरवाज़ों के भीतर बंद किया जाता है- बाहरी दरवाज़े में एक जाली लगी होती है, जिससे जेल रक्षक झांक कर अंदर देख सकते हैं और दूसरा दरवाज़ा पूरी तरह बंद रहता है। एक ट्रे के आने जाने भर का एक चौड़ा सुराख बना होता है जिससे खाना दिया जाता है, जिसे आपको अकेले खाना होता है। अगर उन्हें अपने टॉयलेट को साफ़ करने के लिए ब्रश की ज़रूरत होती है, तो यह भी उसी ट्रे से होकर भेजी जाती है, जिसमें खाना रख कर आता है...
अंदर कोई मेज नहीं है। उन्हें अपने कई सामान सौंपने पड़े थे, लेकिन उन्हें फ़र्श पर रखने के लिए जिन सामानों की इजाज़त दी गई, उनमें है- कपड़े, खाना, तौलिया, एक एंटीना वाला टेलीविज़न, जिसमें कुछ स्थानीय चैनल चलते हैं। बैठने के लिए सिर्फ एक जगह है- उनका स्टील का बना बंक (ऊपर नीचे सोने की जगह)... उन्हें कभी कोई निजता नहीं मिली क्योंकि गॉर्ड लगातार उन्हें देखते रहते हैं, इससे उन्हें अपने हाथों से शरीर साफ़ करने में झिझकते होती। उस दौरान उन्हें चौबीसों घंटे रोशनी में रहना होता है।
सप्ताह में पांच दिन उन्हें एक एक घंटे मनोरंजन आदि की मोहलत मिलनी चाहिए लेकिन यह कभी नियमित नहीं रहा और जब भी वह बाहर जाते हैं, कुत्ते के बाड़े जैसे दिखने वाले एक पिंजरे में व्यायाम करते हैं।
साउथ कैरोलाइना में इस समय मृत्युदंड की सज़ा पाए 31 क़ैदी हैं। राज्य मौत की असेंबली लाइन को चलायमान रखने के लिए प्रतिबद्ध है, और क़ैदियों की अपीलें समाप्त होने के कारण अपने 'बैकलॉग' को ख़त्म करने का संकल्प दुहरा रहा है। अब राज्य की सुप्रीम कोर्ट हर पांच हफ़्ते में एक मृत्युदंड दिए जाने की मंज़ूरी देगा।
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मृत्युदंड का इंतज़ार करते हुए बॉउमैन ने कविताएं लिखना शुरू कर दिया। उनकी ”व्हाइल आई ब्रेथ” कविता, साउथ कैरोलाइना के उस मोटो ”डम स्पिरो स्पेरो” पर सवाल खड़ा करती है।
दादी कहेंगी ”जब तक तुम्हारे शरीर में हवा है, तुम्हारी उम्मीद बाकी है।”
जबतक सांस है, उम्मीद बाकी है।
क्या इसका मतलब है कि उम्मीद ख़त्म होने पर सांस रुक जानी चाहिए?
लगता है समय का पहिया तेज़ी से घूमता है और रुक जाता है।
जबतक सांस है, उम्मीद बाकी है।
दरवाज़े लगातार बंद होते हैं, एक ज़ोर की आवाज़ के साथ।
जबतक सांस है, मुझमें उम्मीद है।
उम्मीद ख़त्म होने के बाद, क्या मेरी सांस बंद हो जाएगी?
डम स्पिरो स्पेरो।
दादी लैटिन नहीं जानती थीं, लेकिन धर्म के बारे में उनकी धारणा पक्की थी।
मैं अभी भी सांस ले रहा हूं, इसलिए मैं जानता हूं
जबतक सांस है, मुझमें उम्मीद है।
- मैरियन बॉउमैन जूनियर